Kapas Urvarak : कपास में उर्वरको का मैनेजमेंट कैसे करे ? उर्वरको का देना क्यों जरूरी है ?

किसान भाई आज हम बात करेंगे कपास ( kapas ) की फसल की अच्छी उपज केलिए कोनसी खाद जरूरी और बेस्ट रहती है ? बेस्ट रिजल्ट केलिए NPK ratio कितना ले ? कपास की फसल को किन पोषक तत्वों की जरूरत रहती है ?

कपास में किस पोषक तत्व की जादातर कमी देखनेको मिलती है ? इसके इलावा किसान भाई हम बात करेंगे कपास में सूक्ष्म पोषक तत्वों का क्या काम होता है ? जानेंगे विस्तारसे.

किसान भाई स्टेप बाय स्टेप समझते है की प्राइमरी पोषक तत्वों का क्या काम होता है ? और उन्हें क्यों देना चाहिए ? उसके बाद सेकेंडरी पोषक तत्वों को क्या काम होता है ? अन्तः में जानेंगे माइक्रो नुट्रीएंट का क्या काम होता है ? और उन्हें हमे क्यों देना चाहिए.

प्राइमरी पोषक तत्वों का काम रहता है ? उनकी जरूरत क्यों पडती है ?

जैसे की किसान भाई आप जानते है, की प्राइमरी पोषक तत्वों में नायट्रोजन (N), फोस्फोरस (P) और पोटाश (K) जैसे पोषक तत्व शामिल है!! इन तीनो पोषक तत्वों का इस्तेमाल भारी मात्रा में जादातर होते देखनेको मिलता है. हलाकि अलग अलग उर्वरक में इनका प्रमाण कम या जादा देखनेको मिलता है.

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जैसे की आपको पता है मार्केट में मिलने वाली हर उर्वरक पर इनकी मात्रा लिखी रहती है!! उदाहरन के तोर पर देखे तो आप 10:26:26 को ले लीजिये. इसमे हमे 10% नायट्रोजन, 26% फोस्फोरस और 26% पोटाश मिलता है. इसके इलावा मार्केट में हमे 16:16:16 , 20:20:00:13, 15:15:15 , 18:18:10, 24:24:00:08 जैसी NPK खाद देखनेको मिलती है.

1. नायट्रोजन (N)

एक अच्छी कपास ( Kapas ) की उपज केलिए नायट्रोजन की मात्रा काफी मायने रखती है!! जरूरत से अधिक मात्रा में नायट्रोजन का इस्तेमाल करनेसे पौधे जल्दी परिपक्व नही बनते है!! रसचुसने वाले कीटो की बढवार देखनेकी मिलती है, बोल रॉट की समस्या देखनेको मिलती है.

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वन्ही यदि पौधे में नायट्रोजन/ यूरिया की कमी पड जाये तो आप देखेंगे पोधे की बढ़वार ठीक से नही हो पाती है!! हल्के पीले रंग की पत्तिया देखनेको मिलती है!! बोंड का साइज़ भी काफी कम बनता दिखाई देगा. कुल मिलाकर बात कहे तो आपको उपज में नुकसान देखनेको मिलता है. TNAU के हिसाब से देखा जाये तो आप कपास में नायट्रोजन को 2:1:1 के अनुपात में ले सकते है!! इसके इलावा किसान भाई आप हमारी यूरिया खाद से जुडी जरूरी बातो केलिए आप यूरिया खाद की पोस्ट को पढ़ सकते है.

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Read more: यूरिया खाद के फायदे क्या है ?

2. फोस्फोरस (P)

किसान भाई फोस्फोरस का कपास ( Kapas ) में काफी महत्वपूर्ण योगदान रहता है!! इसके जरूरत से अधिक इस्तेमाल से कपास में जिंक और आयरन की कमी देखनेको मिलती है!! ओर यदि इसकी कमी हो जाये तो आप कपास में देखेंगे की पत्तिया लालसर बेंगनी रंग से बनती दिखाई देगी!! पौधे की पत्तियों की साइज़ भी कम बनती दिखाई देती है.

इसके इलावा किसान भाई कपास के टिंडो का साइज़ कम देखनेको मिलता है!! पौधे में फूलो की संख्या भी कम बनती दिखाई देती है!! यंह तो बात हो गयी कपास में फोस्फोरस की मात्रा कम या जादा होने की स्थिति के बारेमे.

अगर हम बात करे कपास में फोस्फोरस क्यों जरूरी रहता के बारेमे ? तो इसके पर्याप्त इस्तेमाल से कपास में फूलो और फलो की संख्या में बढ़ोतरी देखनेकी मिलती है!! टिंडो की साइज़ बढती है. कपास का वजन बढ़ता है. जड़ो की बढ़वार अछेसे होती है. पौधा अधिक मजबूत बनता है.

किसान भाई हर उर्वरक खाद पर फोस्फोरस की मात्रा लिखी रहती है!! यदि हम बात करे 24:24:00:08 खाद के बारेमे तो इसमे फोस्फोरस (P) की मात्रा 24% रहती है. वन्ही DAP खाद में इसकी मात्रा काफी जादा रहती है. लगबग 46% में यंह रहता है.

Read more: DAP खाद में फोस्फोरस का क्या महत्व रहता है ?

3. पोटैशियम (K)

यदि हम बात करे कपास ( Kapas ) में पोटैशियम की कमी के लक्षण के बारेमे तो आप इसमे पायेंगे कुछ पौधे जल्दी ही विल्ट रोग से ग्रसित होकर सुख जाते है!! पत्तियों में हल्का पीलापन बनाता दिखाई देता है!! पत्तिया निचे की और मुडती दिखाई देती है!! इसके इलावा कपास में टिंडो की मात्रा भी कम दिखाई देती है. फुल फलो में कमी बनती दिखाई पडती है. कपास पर कुछ जादाही मात्रा में रोग बनते दिखाई पड़ते है.

ओर यदि हम किसान भाई बात करे पोटाश का जरूरत से अधिक प्रयोग करे तो क्या हो सकता है के बारेमे ? तो इसकी जरूरत से अधिक मात्रा कपास में मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और आयरन की कमी देखनेको मिलती है!! वैसे तो आप जानते ही है अति किया तो नुकसान होता है.

इसके इलावा यदि हम बात करे कपास में पोटाश का इस्तेमाल क्यों जरूरी रहता है के बारेमे ? तो पोटाश के पर्याप्त इस्तेमाल से कपास की फसल पर रोग की मात्रा कम दिखाई पडती है!! फूलो की संख्या में वृदि होती है!! टिंडो की मात्रा बढती है. कपास का वजन बढ़ाने में मदत करता है!! इसके इलावा ओर भी कई सारे लाभ पोटाश के इस्तेमाल से देखनेको मिलते है.

किसान भाई हर उर्वरक पर पोटाश की मात्रा लिखी रहती है. कुछ में इसकी मात्रा काफी अच्छी रहती है!! तो कुछ उर्वरक में इसकी मात्रा कम मिलती है!! साथही ध्यान देनेकी बात यंह है की कुछ उर्वरको में इसकी मात्रा नही रहती है. जैसे 20:20:00:13 खाद हो गयी. 24:24:00:08, 28:28:00 खाद में पोटाश की मात्रा नही मिलती है.

हमने यंह भी देखा है की हमारे कुछ किसान भाई पोटाश खाद का इस्तेमाल ना के बराबर करते है!! कुछ किसान भाई करते भी नही है. हमारे अनुभव से यंह समज में आता है!! की जादातर अनुभवी और यशश्वी किसान भाई पोटाश खाद का इस्तेमाल करते है!! इसके इलावा किसान भाई यदि हम बात करे इसकी मात्रा के बारेमे तो काली PDM पोटाश खाद में पोटाश खाद की मात्रा 16% रहती है. वंही लाल पोटाश खाद MOP में 60% रहती है.

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Read more: पोटाश खाद से जुडी जरूरी बाते और लाभ क्या है ?

सेकंडरी पोषक तत्व खाद कपास को क्यों देना जरूरी रहता है ? इन खाद का कपास में क्या महत्व है ?

जैसी की किसान भाई आप जानते है सेकंडरी पोषक तत्वों में सल्फर, कैल्शियम और मैग्नीशियम की खाद शामिल है!! इनकी मार्केट में अलग अलग कंपनिया उत्पाद बेचती है!! जिसमे कैल्शियम नाइट्रेट, मैग्नीशियम सलफेट और बेंटोनाइट सल्फर के नाम से यंह पोषक तत्व हमे मिल जाते है!! ध्यान देने की बात यंह है की इनकी मात्रा हमे NPK प्रथम खाद के मुकाबले काफी कम देनी रहती है. ओर माइक्रो नुट्रीएंट खाद के मुकाबले जादा देनी रहती है.

1. सल्फर (S)

किसान भाई सल्फर का कपास की फसल में काफी जरूरी रहता है!! यंह ना सिर्फ मिट्ठी में मोजूद पोषक तत्वों को अनलॉक करता है, बल्कि इसके इलावा यंह मिट्ठी का ph level को कम करता है!! यदि आपकी मिट्ठी क्षारी है उसमे इसका इस्तेमाल काफी फायदेमंद और अच्छा रहता है!! अम्लीय मिट्ठी में इसके नुकसान देखनेको मिलते है. इसका आप जरुर ध्यान रखे.

यदि हम बात करे इसकी जरूरत के बारेमे तो इसके इस्तेमाल से कपास की फसल यूरिया खाद को अछेसे पचा लेती है!! पौधे में एंजाइम एक्टिवेट रहते है!! प्रोटीन के निर्माण में यंह कपास की मदत करता है!! इसके इलावा सबसे जरूरी बात यंह टिंडो में मोजूद बीजो का वजन बढाता है. उनमे तेल की मात्रा को बढ़ा देता है. जिससे उपज में बढ़ोतरी देखनेको मिलती है.

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2. कैल्शियम (Ca)

कैल्शियम का इस्तेमाल काफी जरूरी रहता है!! यदि आपकी मिट्ठी अम्लीय है तो उसमे इसका इस्तेमाल काफी फायदेमंद रहता है!! इसके इलावा क्षारी मिट्ठी में इसका इस्तेमाल नुकसान देह होता है!! यंह उसमे मिट्ठी का ph जरूरत से अधिक बढ़ा देता है. जिससे काफी नुकसान देखनेको मिलता है.

कपास( Kapas ) में कैल्शियम से कोशिकावो का विकास होता है!! पौधा तनाव और तनाव विरहित के समय भी यंह पौधा का स्वास्थ बांये रखता है. कपास को मजबूती देता है .

3. मैग्नीशियम (Mg)

कपास में मैग्नीशियम की कमी होनेपर किसान भाई इसमे आप देखेंगे कुछ पत्तियों की कोशिकाये के आजूबाजू में पीलापन देखनेको मिलेगा!! यदि हम बात करे इसकी कमी क्या कारण होते है ? के बारेमे, तो यंह जादातर पोटाश खाद का जरूरत से अधिक मात्रा में उपयोग करनेसे भी इसकी कमी आ जाती है. यदि मिट्ठी में इसकी कमी रही तो भी पौधे में मैग्नीशियम की कमी देखनेको मिलती है.

ओर यदि मैग्नीशियम की मात्रा कपास( Kapas ) में जरूरत से अधिक हो जाये तो यंह कपास में कैल्शियम को अवशोषित करनेकी की गति को रोक देता है!! कपास की बढ़वार रुक जाती है. जरूरत से अधिक डार्क रंग का फुटाव पौधे में देखनेको मिलता है.

अब बात करते है कपास में इसकी जरूरत क्यों पड़ती है ? के बारेमे , तो इसके इस्तेमाल से कपास में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया अछेसे होती है. हरित लवक की मात्रा बढती है!! पौधे अछेसे खाना बना पाते है. साथही यंह कपास में जरुरी एंजाइम को एक्टिवेट करता है. कुल मिलाकर बात कहे तो उपज बढाता है.

माइक्रो नुट्रीएंट का इस्तेमाल कपास में करना क्यों जरूरी रहता है ? इनका कपास की फसल पर क्या महत्व रहता है ?

जैसे की किसान भाई आप जानते है सूक्ष्म पोषक तत्वों में बोरोन, जिंक, कॉपर, मैंगनीज, आयरन, मॉलिब्डेनम, क्लोरिन और निकेल जैसे पोषक तत्व शामिल रहते है!! इनकी काफी कम मात्रा में जरूरत कपास के पौधे को रहती है. हलाकि कम रहती है लेकिन देना जरूरी रहता है.

आसान भाषा में बात कहे तो यंह हमारे खाने में नमक की तरह काम करते है!! बिना नमक वाली सब्जी अच्छी तो नही बनती है!! हलाकि आप समज गए होंगे. मार्केट में बहोतसी कंपनिया सूक्ष्म पोषक तत्व की खाद और टॉनिक बनाती है!! जिसमे इफ्फको की सागरिका और PI की बिओविटा की लिक्विड और ग्रैनुलर दानेदार फॉर्म के काफी अछे रिजल्ट देखनेको मिलते है.

कपास में जिंक और बोरोन की कमी देखनेको मिलती है!! सूक्ष्म पोषक तत्व प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में काफी अहम रोल निभाते है!! पौधे की चयापचन की क्रिया को बढ़ावा देते है. जिससे कपास( Kapas ) की उपज में काफी अच्छी बढ़ोतरी देखनको मिलती है.

Pro tip / विशेष सूचना :

किसान भाई लोकल उर्वरक की खरीदारी से सावधान रहे. रिजल्ट नही मिल पाते है. जेन्युइन क्वालिटी प्रोडक्ट की ही खरीदारी करे. अपने पैसे को लोकल उत्पाद की खरीद दारी में ना लगाये. इसके इलावा किसान भाई आप हमारे कृषि उत्पाद पेज को भेट दे सकते है. वंहा से खरीद दारी करने पर आपको 10-40% की छुट मिलती है. क्वालिटी टॉनिक, कीटनाशक, फफूंद नाशक, जलद घुलनशील खाद ओर कृषि उपकरण यंहा उपलब्ध है. आप वंहा से खरीद सकते है.

अब आते है असली मुद्दे की बात पर आपको यंह हमारी कपास उर्वरक पोषक तत्वों की जानकारी कैसी लगी हमे कमेंट में जरुर बताये. क्या हमने इसमे से किस पोषक तत्व को लिया नही है. आप हमे कमेंट बता सकते है. अगला किस टॉपिक पर आप लेख पढना पसंद करेंगे आप हमे कमेंट में बता सकते है. तबतक किसान भाई ख्याल रखिये अपना और अपनी फसल का. जय हिंद जय भारत ..

FAQ ? अक्सर पुछे जानेवाले कुछ सवाल ?

क्या हम कपास ( Kapas ) पर जलद घुलनशील खाद का प्रयोग कर सकते है ? हाँ

कपास ( Kapas ) में जादातर किस पोषक तत्व की कमी देखनेको मिलती है ? नायट्रोजन, यूरिया की कमी देखनेको मिलती है .

PDM काला पोटाश और MOP लाल पोटाश में क्या अंतर है ? लाल पोटाश में पोटाश की मात्रा 60% रहती है बजाय के काला PDM पोटाश में इसकी मात्रा 16% तक देखनेको मिलती है.

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